जिन जातकों के नाम के प्रथम अक्षर ये,यो,भा,भी,भू,धा,फा,ढा और भे होते है उन जातको की राशि धनु राशि होती है।
धनु राशि वाले जातको का गुण-स्वभाव और खास खूबियां।
- आपकी राशि का स्वामी बृहस्पति ग्रह होता है।
- राशि का स्वामी बृहस्पति होने के कारण जातक न्याय प्रिय होते है।
- इनका साधु जैसा स्वभाव होता है। ये बुद्विमान होते है। ये अध्ययन कार्य भी बहुत रूचि से करते है।
- ये अपने कर्म निष्काम भावना से करते है।
- इनका जीवन आडम्बर रहित होता है।
- धन की बजाह सम्मान और यश को महत्व देने वाले सज्जन व्यक्ति होते है।
- इस राशि का चिन्ह धनुर्धर होता है।
- इसलिये जातक अपने लक्ष्य को भेदने की शक्ति में निपुण होता है। ये भाषण देने में दक्ष होते है।
- ये जातकं किसी की भी अधीनता स्वीकार नही करते है।
शुभ वार-गुरूवार।
शुभ रंग-पीला रंग।
- कई व्यक्ति अपने क्षेत्र में विपुल धन-सम्पदा अर्जित करते है।
- लेकिन कुछ लोग विशेषकर इस धन सम्पदा से वंचित ही रहते है।
- इस का मुख्य कारण अपनी राशि के अनुसार कार्य क्षेतर का चुनाव होता है।
- अगर अपनी राशि और ग्रह स्थिति के अनुसार कार्य क्षेत्र का चुनाव करेगें तो निश्चित ही सफलता मिलती है।
- इसलिए आज आपको अपनी राशि के लिये अनुकूल कैरियर क्षेत्र के बारे में बताया जा रहा है।
- आप अपनी राशि के अनुसार कैरियर का चुनाव करें और सफलता पाये।
धनु राशि वालो के लिये अनुकूल कैरियर क्षेत्र ।
भाषाविद - धनु राशि वाले किसी विशेष भाषा को सीखकर अपना व्यवसाय कर सकते है।
दुभाषिया कार्य-धनु राशि वाले हिन्दी और अगंेजी एवं अन्य भाषाओं को रूपांतरण का कार्य कर सकते है।
लेखन- धनु राशि वाले अच्छे लेखक होते है इसलिये लेखन कार्य में कैरियर बना सकते है।
समाजसेवा-ये अच्छे समाजसेवक माने जाते है।
गाईड-धनु राशि वाले कैरियर के लिये गाईड का कार्य कर सकते है।
निर्माता-ये निर्माण के काम में भी सफलता हासिल करते है।
बिल्डर्स।-भू-खनिज संपदा कार्य-ये खनिज संपदा से संबंधित कार्य कर सकते है।
राजदूत।
कैशियर-धनु राशि वाले काॅमर्स लाइन में कैरियर बना सकते है
निदेशक-धनु राशि वाले किसी विभाग में उच्च पद को प्राप्त कर सकते है।
वकालत-ये वकील का कार्य में कैरियर बना सकते है।
रोड निर्मात कार्य।
ठेकेदारी। पब्लिक सर्विस कार्य।
श्रम-विभाग कार्य|
जमीन लेनदेन कार्य।
कृषि मशीन निर्माण तथा विक्रय ।
लोहा-वेल्डिंग कार्य।
विविध मशीनीरी कार्य।
रेलवे ठेकेदारी।
मेकेनिकल इंजीनियर।
विद्युत विभाग सेवा।
पम्प मोटर कार्य।
श्रमिक नेता आदि कार्य श्रीकार तथा चर्म कार्य, मुर्गीपालन, शासकीय ठेकेदारी आादि कार्य भी सफलतादायक होते है।
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विशेष कथन-
कुंडली में दशम भाव-लाभेश,लग्रेश,पराक्रमेश,भाग्येश ,धनेश भाव की स्थिति रचना पर गहनता से विश्लेषण कर विचार विमर्श करना योग्य समाधान सूचक होता है।